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NIOS : दोस्तों मैं स्वागत करती हूँ अपनी website last-date.com पर। तो दोस्तों आज मैं आप सभी को NIOS के बारे में जानकारी अपने आज के इस आर्टिकल में देने वाली हूँ। तो अगर आपको भी जाननी हैं, कि NIOS kya hai और NIOS से जुडी कई महत्वपूर्ण बाते जो बदल सकती है आपके भविष्य का रुख तो बने रहिये हमारे इस आर्टिकल में शुरू से अंत तक हमारे साथ।
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान क्या है? | NIOS kya hai
NIOS :- यूँ तो ज्यादातर लोगों को यह पता होगा कि NIOS kya hai किन्तु यदि पूछा जाये कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान क्या है? तो आपके चहरे पर प्रश्न चिन्ह बनते देर नहीं लगेगी। तो दोस्तों हम आपको बता दे कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS, NOS या राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय), भारत के मुक्त विद्यालयों की शिक्षा-परिषद है। NIOS का पूरा नाम National Institute of Open Schooling या राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान है। इसकी स्थापना 3 नवंबर 1989 को GOI (Government of India) द्वारा की गयी थी
यह एक स्वायत्त संगठन है। इसका उद्देश्य देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के विद्यार्थियों को सस्ती शिक्षा सुलभ कराना है। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद आदि की भांति राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान भी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्तर पर परीक्षा संचालित करता है। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर लगभग 15 लाख छात्रों के वर्तमान नामांकन के साथ यह दुनिया में सबसे बड़ी खुली स्कूली शिक्षा प्रणाली है जो भारत में मौजूद है।
दोस्तों यहां हम आपको बता दे कि NIOS से नौबी कक्षा fail विद्यार्थी दसवीं कक्षा मे दाखिला ले सकता है (शर्त : विद्यार्थी के पास आठवीं क्लास का प्रमाण पात्र होना आवश्यक है) और ग्यारहवीं कक्षा मे fail विद्यार्थी बारहवीं कक्षा मे दाखिला लेने मे सक्षम रहता है। (शर्त : विद्यार्थी के पास दसवीं कक्षा का प्रमाण पत्र होना चाहिए)
Note:- NIOS का पूरा नाम राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान है!
:- यह ओपन स्कूल है किन्तु इसकी मान्यता रेगुलर स्कूल से कम नहीं है!
एक खुली शिक्षा प्रणाली कैसे है NIOS ??
Nios के जरिए वह लाखो विद्यार्थि जो पढ़ने मे कमजोर है। इस वजह से नौवीं या ग्यारहवीं कक्षा मे fail हो गए या उनके किसी निजी कारणों की वजह से वह अपनी परीक्षा ने उत्तीर्ण नहीं हो पाए या अन्य किसी भी वजह से उन सभी के लिए ये open खुला रास्ता या ज़रिया है। जिसके तहत वह बिना निराश या हताश हुए अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते है अर्थात् नौवीं fail विद्यार्थियों के लिए दसवीं कक्षा के द्वार खुले है और ग्यारहवीं fail विद्यार्थी के लिए बारहवीं कक्षा मे प्रवेश के मार्ग खुले है।
कुछ ऐसे विद्यार्थियों का भी सहारा Nios बना जो नौवीं या ग्यारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण ना करने की वजह से निराश हो जाते है या आत्म हत्या करने जैसे खतरनाक कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाते है। Nios के माध्यम से एक साल बर्बाद होने का भी डर हट जाता है।
अपनी एक अलग विशेषता NIOS की
Nios संगठन की ओर से स्कूल स्तर की शिक्षा के अलावा वोकेशनल कोर्स (वोकेशनल कोर्स में स्टूडेंट्स को किसी खास फील्ड के ट्रेड्स के बारे में बताया जाता है। कई तरह के फील्ड जैसे हेल्थ केयर, ग्राफिक, वेब डिजाइनिंग, आदि के बारे मे बताया व सिखाया जाता है) भी कराए जाते हैं। इसके अंतर्गत आप अपनी जरूरत और इक्षा के अनुसार कोई भी विषय चुन सकते हैं। इसके साथ एक भाषा संबंधी विषय भी चुनना अनिवार्य होता है। प्रवेश लेने वालों के लिए अधिकतम आयु सीमा नहीं होती है। कितने भी अधिक उम्र का व्यक्ती nios से 10 वी या 12 वी मे दाखिला ले कर उसका लाभ उठा सकता है!
अनिवार्य पाठ्यक्रम :
ओपन बेसिक एजुकेशन
सेकेंडरी सर्टिफिकेट कोर्स
सीनियर सेकेंडरी सर्टिफिकेट कोर्स
वोकेशनल एजुकेशन
NIOS मे प्रवेश हेतु योग्यता
सेकेंडरी कोर्स (अर्थात् दसवीं कक्षा) में प्रवेश के लिए आठवीं पास होना जरूरी है। सीनियर सेकेंडरी सर्टिफिकेट कोर्स (अर्थात् बारहवीं) करने के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं पास अनिवार्य है। सेकेंडरी तथा सीनियर सेकेंडरी सर्टिफिकेट के माध्यम से किसी भी वोकेशनल कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है।
वोकेशनल कोर्स मे एडमिशन लेने के लिए अपने अलग ही फायदा या यूं कह ले कि यह कोर्स विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी है। वोकेशनल कोर्स में स्टूडेंट्स को किसी खास फील्ड के ट्रेड्स के बारे में बताया जाता है। कई तरह के फील्ड जैसे हेल्थ केयर, ग्राफिक, वेब डिजाइनिंग, फूड टेक्नोलॉजी, कॉस्मेटोलॉजी में इस तरह के कोर्स ऑफर किए जाते हैं। जिससे विद्यार्थी अपनी इच्छा और दिलचस्पी के अनुसार उस कोर्स के विषयो को चुन सकता है। यदि हम ये कहे कि वोकेशनल कोर्स विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास मे सहायक है तो इसमे कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी!
सभी पाठ्यक्रम को मान्यता प्राप्त है
NIOS के अंतर्गत सभी पाठ्यक्रम को मान्यता प्राप्त हैं। सामान्यत: लोगों को यह शंका रहती है कि ओपन स्कूल से की जाने वाली पढाई की वैल्यू रेग्युलर पढाई की तरह नहीं होती है। यह धारणा बिल्कुल गलत है। लगभग 75 प्रतिशत विश्वविद्यालयों ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के सीनियर सेकेंडरी कोर्स को अपने यहां प्रवेश के लिए मान्यता दे रखी है।
NIOS संस्था उन सभी बच्चों का सहारा बनी जो अपने रेगुलर स्कूल मे किसी भी वजह से fail हो गए। इसने उन विद्यार्थियो को भी सहारा दिया जो रेगुलर स्कूल नहीं जा सकते या शिक्षा पर अधिक धन राशि खर्च नहीं कर सकते। इसकी मान्यता भी अन्य रेगुलर स्कूलो की भाँति ही है। आमतौर पर इस बात को ले कर nios अधिक चर्चा मे रहता है कि क्या इसकी मान्यता है या नहीं? किन्तु हम आपकी शंका को पूरी तरह से मिटा दे, जी हाँ इसकी मान्यता रेगुलर स्कूल की तरह है, एक समान है। तो अब बिना किसी चिंता बिना किसी शक के nios संस्था का लाभ उठाए।
राज्य के अपने ओपन स्कूल
एनआईओएस के रीजनल सेंटर हैदराबाद, पुणे, कोलकाता (भुवनेश्वर), गुवाहाटी, चंडीगढ, दिल्ली, इलाहाबाद (देहरादून), पटना, जयपुर, कोच्चि तथा भोपाल में स्थित हैं। इसके अलावा हरियाणा, मध्यप्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, वेस्ट बंगाल, कर्नाटक, केरल व जम्मू और कश्मीर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल के साथ मिलकर राज्य स्तरीय ओपन स्कूल स्थापित किए गए हैं। राजस्थान और आंध्रप्रदेश के अपने ओपन स्कूल हैं।
Note:- प्रत्येक राज्य ने अपने अलग अलग ओपन स्कूल स्थापित करे है जोकि मान्यता प्राप्त स्कूल है।
NIOS की शिक्षा एवं अनिवार्य शिक्षा सामाग्री
NIOS संस्थान में मॉडर्न कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाती है। छात्रों को सेल्फ लर्निंग मैटीरियल दिया जाता है, जिसमें सहायता के लिए हर सेंटर पर कॉन्टैक्ट क्लासेज होती हैं। यहां ऑडियो और विडियो प्रोग्राम्स के माध्यम से भी समय-समय पर छात्रों को सहायता दी जाती है।
शिक्षा सामग्री विद्यार्थियों की परिक्षा की तैयारी के लिए सहायक होते है।
आवेदन
एनआईओएस में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एकेडमिक कोर्स (सेकेंडरी [10वी] व सीनियर सेकेंडरी [12वी] ) में दाखिले की प्रक्रिया 1 जुलाई से 31 अगस्त तक चलती है। वोकेशनल एजुकेशन में एडमिशन की प्रक्रिया पूरे वर्ष चालू रहती है।
ऐसे करें आवेदन
- सबसे पहले एनआईओएस की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।
- एनआईओएस की आधिकारिक वेबसाइट sdmis.nios.ac.in है।
- यहां होम पेज पर अभ्यर्थियों को रजिस्टर लिंक मिलेगा।
- इसके बाद अभ्यर्थियों को राज्य सलेक्ट करना होगा और कोर्स लिंक पर क्लिक करना होगा।
- फिर अभ्यर्थियों को जो नया पेज खुलेगा वहां अपनी डिटेल भरनी होगी।
- उसके बाद जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे।
- अब सब्जेक्ट और स्टडी सेंटर का चुनाव करना होगा।
- इसके बाद आवेदन शुल्क भरना होगा।
- आखिर में अभ्यर्थियों को अपना फॉर्म सबमिट करना होगा।
माध्यमिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए न्यूनतम आयु 31 जनवरी 2022 तक 14 वर्ष होनी चाहिए। जबकि सीनियर सेकेंडरी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए न्यूनतम आयु 31 जनवरी, 2022 तक 15 वर्ष होनी चाहिए।
Note:- NIOS से 10 वी 12 वी कक्षा मे दाखिला लेने की last date January 31, 2022 है बिना किसी विलंब शुल्क के साथ। यदि किसी वजह से कोई विद्यार्थी इस date तक दाखिला लेने मे late हो जाता है तो वह हताश ना हो वह भी March 15, 2022 तक अपना दाखिला रजिस्टर करवा सकता है किन्तु विलंब शुल्क के साथ।
यदि अभी भी आपको NIOS को ले कर कोई शंका कोई डर है, तो आप कमेंट करके सभी शंकाओं को दूर करे।
Conclusion
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको NIOS से जुडी छोटी से बड़ी साडी बाते आपको बताने की कोशिश करि है। आशा करती हु ये आर्टिकल आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा और आपको इससे बहुत मदद मिलेगी ।
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