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What is Keyboard ? Know Keyboard in Details in Hindi?
Keyboard Kya Hai – Keyboard का हिंदी में मतलब कुंजीपटल होता है। Keyboard का Main Use Text लिखने के लिए किया जाता है। Computer Keyboard पर इसके सभी Button उकेरे रहते है। जिन्हे दबाने पर वहीं अक्षर, चिन्ह और संख्या Type हो जाती है जो उस Button पर उकेरी गई है। जैसे एक Keyboard Button पर English Alphabet “A” उकेरा हुआ है।
History Of Keyboard
1868 में, Christopher Latham Sholes जो एक अमेरिकी आविष्कारक थे, जिन्होंने QWERTY Keyboard का आविष्कार किया था। जैसे-जैसे Technology आगे बढ़ी, QWERTY Keyboard ने कई प्रकार के आकार ग्रहण किए।
आधुनिक Keyboard का आविष्कार Typewriters के साथ शुरू हुआ और Typewrite को धीरे-धीरे एक Computer Keyboard में तब्दील कर दिया गया, जिससे आप परिचित हैं।
पहले के Typewrite में, सभी Alphabet एक सीधी रेखा में यानी A, B, C, D… के क्रम में होते थे। इस तरह के Typewrite में Typing करते समय कई गलतियाँ होती थीं और Button Press करने में कठिनाई भी होती थी।
उस Typewrite में Backspace Button भी नहीं होता था, आप सोच सकते हैं कि उस समय इसका Use करना कितना मुश्किल होगा।
क्रिस्टोफर लैथम शॉल्स इन सभी समस्याओं को दूर करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने सभी Keys को नए तरीके से व्यवस्थित किया। Keyboard के इस नए रूप को QWERTY Keyboard कहा जाता है।
इस Keyboard का Use करना बहुत आसान था क्योंकि QWERTY Keyboard में Typing की Speed बढ़ गई और गलतियां कम होने लगीं थी और आज हम इसी Keyboard का Use करते हैं और यह दुनिया भर में लोकप्रिय है।
सामान्य तौर पर, Keyboard के दो Model उपलब्ध हैं – सामान्य मॉडल (Standard Model) जिसमें 83 या 84 Keys होती हैं और विकसित मॉडल (Enhanced Model) जिसमें 104 से अधिक Keys होते हैं। ये Model आजकल बहुत लोकप्रिय हैं।
Keyboard का आविष्कार कब हुआ था?
Keyboard का आविष्कार 1868 में क्रिस्टोफर लैथम शॉल्स ने किया था। उन्हें ‘Typewriter के पिता‘ (Father of the Typewriter) और ‘QWERTY Keyboard के आविष्कारक‘ (Inventor of the QWERTY Keyboard) के रूप में जाना जाता है।
Keyboard का आविष्कार किसने किया?
Keyboard का आविष्कार क्रिस्टोफर लैथम शॉल्स ने किया था। उन्होंने QWERTY Layout का आविष्कार इसलिये किया क्योंकि Typewriter Keys जाम हो रही थीं, वह इस समस्या को ठीक करना चाहते थे।
और जहाँ तक संभव हो, Typing को तेज और आसान बनाना चाहते थे। इसके अलावा, Typewriter ने QWERTY Layout पेश किया, जिसका Use आज भी लगभग सभी American keyboard पर किया जाता है।
Keyboard की संरचना Kya Hai?
Keyboard की संरचना (Keyboard Layout) को विभिन्न देशों की भाषाओं (Languages) के आधार पर अलग-अलग प्रकार का होता है, जिसमें Keys को अलग-अलग क्रम में व्यवस्थित किया जाता है।
आजकल कई Keyboard Layout Market में उपलब्ध हैं, जैसे QWERTY, AZERTY, Dvorak आदि। लेकिन इन सभी की तुलना में, ‘QWERTY’ का सबसे अधिक Use किया जाता है। आज मैं इन्ही Keyboard Layout के प्रकारों के बारे में Details से बताने जा रही हूं।
Keyboard Layout को दो श्रेणियों में विभाजित किया जाता हैं:-
- QWERTY Keyboard Layout
- Non-QWERTY Keyboard Layout
QWERTY Keyboard Layout Kya Hai
QWERTY:- QWERTY Keyboard Layout दुनिया भर में सबसे अधिक Use किया जाने वाला Keyboard Layout है, इस Keyboard का Name QWERTY इस लिए रखा गया था क्योंकि इसके पहले 6 अक्षर Q, W, E, R, T और Y होते हैं, जिसे आप Alphabets की पहली Line में देख सकते हैं।
QWERTY Keyboard पहली बार 1868 में बनाया गया था। standard us qwerty keyboard में 101, 104 या 107 Keys होते हैं। QWERTY Layout दुनिया भर में अपनाए गए अब तक के सबसे लोकप्रिय Keyboard Layout Pattern है।
इसका Use लगभग सभी देशों में किया जाता है। यहां तक कि QWERTY Keyboard हर Mobile and Tablet में Default Install रहता है।
QWERTZ:- QWERTZ Keyboard एक Typewriter और Keyboard Layout है जिसका व्यापक रूप से मध्य यूरोप में Use किया जाता है। इस Keyboard के पहले छह अक्षरों में Q, W, E, R, T और Z होता है।
जर्मनी एक पश्चिमी यूरोपीय देश है, जहां की जर्मन भाषा में, “Z” अक्षर का “Y” अक्षर की तुलना में अधिक बार Use किया जाता है।
जिससे यह Keyboard Layout वहां अधिक Use किया जाता है। इसके अलावा, “T” और “Z” जर्मन ऑर्थोग्राफी के अनुसार एक-दूसरे के बगल में Use किए जाते हैं, जिससे इस Keyboard Layout से Type करना बहुत आसान हो जाता है।
AZERTY:- AZERTY Keyboard Layout QWERTY Keyboard Layout का French Version है। इस Keyboard में, QWERTY Keyboard के “Q” और “W” Keys को “A” और “Z” से Change कर दिया गया है।
AZERTY Keyboard, जिसे Standard French Keyboard के रूप में भी जाना जाता है, एक लोकप्रिय यूरोपीय कीबोर्ड लेआउट (European Keyboard Layout) है। यह French में विकसित किया गया था और ज्यादातर फ्रांसीसी लोगों द्वारा Use किया जाता है।
QZERTY:- QZERTY Keyboard Layout QWERTY Keyboard Layout का इतालियन Version है। इस Keyboard में, QWERTY Keyboard की “W” Button को “Z” से Change कर दिया गया है।
इतालियन Typewrite अक्सर QZERTY Layout का Use करते हैं। स्विटजरलैंड के इतालियन बोलने वाले लोग भी QWERTZ Keyboard का ही Use करते हैं।
Non- QWERTY Keyboard Layout Kya Hai
Dvorak:- Dvorak Keyboard Layout को Speed में Type करने के लिए Design किया गया था। यह 1930 में एक अमेरिकी मनोवैज्ञानिक और वाशिंगटन के सिएटल विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर, ऑगस्ट ड्वोरक (August Dvorak) द्वारा Design किया गया था।
QWERTY Keyboard Layout के विपरीत, ड्वोरक Keyboard Layout को उंगली की Movement को कम करने के लिए Design किया गया था, जिसके द्वारा जल्दी जल्दी Typing होता है।
इस Keyboard Layout में बीच Line में सबसे अधिक Use किये जाने वाले अक्षरों को शामिल किया गया है। Example के लिए, “E” अक्षर आमतौर पर Use किया जाने वाला अक्षर है, तो इसे केंद्र में रखा गया है।
आप QWERTY Keyboard Layout की तुलना में ड्वोरक Keyboard Layout से तेज़ी से Data Input कर सकते हैं, और इसका Use करना भी बहुत आसान होता है और यह आपकी उंगलियों के लिए भी आरामदायक होता है।
ड्वोरक Keyboard Layout ज्यादातर वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research) में Use किया जाता है क्योंकि इससे typing करने की Speed बहुत तेज हो जाती है।
Colemak:- Colemak लैटिन-लिपि वर्णमाला का एक Keyboard Layout है, जिसे 2006 में शाई कोलमैन (Shai Coleman) ने बनाया था। इस Layout को Typing को अधिक कुशल और आरामदायक बनाने के लिए Design किया गया था।
यह QWERTY और Dvorak Layout का एक आधुनिक Option है, जिसे एर्गोनोमिक टाइपिंग (Ergonomic Typing) करने के लिए Design किया गया है।
Colemak अब QWERTY और Dvorak के बाद English में Typing के लिए 3 सबसे लोकप्रिय Keyboard Layout में से एक है और Mac और Linux पर पहले से Install आता है।
100,000 से अधिक लोग इस Keyboard Layout का Use कर रहे हैं।
Workman:- Workman Layout एक Non QWERTY Keyboard Layout है, Workman Keyboard Layout विशेष रूप से Software Programming को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया था।
Workman Layout हाथ और उंगली के बीच के खिंचाव को कम करता है। जिसे अधिक Typing करने के बाद भी हाथों और उंगलियों में दर्द कम होता है।
Keyboard का परिचय Kya Hai
हम School, Collage, Office और घर में प्रतिदिन Keyboard का Use करते हैं, फिर भी आप में से बहुत से ऐसे होंगे जिन्हें Keyboard की पूरी जानकारी नहीं है। आज की Post में, हम विस्तार से जानेंगे कि Keyboard क्या हैं।
Keyboard Computer का सबसे Important Input Device है। इसकी Help से, हम Computer में Input के रूप में Text और Numeric Data Fill करते हैं।
यह Typewriter के समान होता है। क्योंकि Keyboard के सभी अक्षर एक Typewrite के समान क्रम में होते हैं, लेकिन इसमें Typewrite की तुलना में अधिक Button होते हैं।
इसमें शब्दों, संख्याएँ और विभिन्न प्रकार के प्रतीकों को Keys Press कर के Type किया जा सकता है। Keyboard को Computer से जोड़ने के लिए एक विशेष Port बनाया जाता है, जिसे PS/2 Port कहा जाता है, लेकिन आजकल USB Keyboard आते हैं।
जिन्हें Computer के USB Port में Plug किया जाता है। और Wireless Keyboard भी आते हैं जिन्हें System से Connect करने की आवश्यकता नहीं होती है।
Word Processing और Spreadsheet Software में Keyboard के Use की आवश्यकता होती है। Keyboard की Help से Computer को आवश्यक निर्देश भी दिए जा सकते हैं।
Mouse खराब होने पर भी Keyboard को Mouse की जगह Use किया जा सकता है। हम अपने Personal Computer के साथ 104 Button वाले ‘QWERTY‘ Keyboard का Use करते है।
Microsoft Windows Operating System के साथ Use किए जाने वाले Keyboard में कुछ विशेष Button भी होते हैं। Keyboard Button CPU Cabinet के पीछे USB (Universal Serial Bus) और PS/2 (Personal System/2) Port के माध्यम से Motherboard से जुड़ा हुआ होता है।
जैसा कि हमने ऊपर पढ़ा, Keyboard एक Important Input Device है। जिसका Use अक्षरों, संख्याओं और विभिन्न प्रकार के प्रतीकों को Computer में डालने के लिए किया जाता है।
इसके अलावा, Computer को संचालित करने के लिए Users, Keyboard और Mouse जैसे Input Device का Use करता है।
Computer में Use किया जाने वाला Keyboard एक Typewriter के समान दिखता है। Keyboard के Right ओर एक Number Keypad होता है।
Ten ‘Keys’ वाले Calculator की तरह, इस number Keypad की ‘Keys’ व्यवस्थित होती है, जो User को तेज़ी से Number Fill करने में Help करता है।
Computer में हम जिस Keyboard का Use करते हैं, उसे QWERTY Keyboard कहा जाता है। Keyboard का नाम QWERTY होने का कारण Keyboard पर Numbers वाली Line के नीचे Left ओर की Alphabets Line की Starting के छह अक्षरों को लिया जाता है। इसलिए इसे Universal Keyboard के Name से भी जाना जाता है।
Keyboard का Full Form Kya Hai
- K – Keys
- E – Electronic
- Y – Yet
- B – Board
- O – Operating
- A – A to Z
- R – Response
- D – Directly
Keyboard Kya Hai?
Keyboard को Typewriter जैसी Keys के एक Set के रूप में परिभाषित किया गया है जो आपको Computer में Input Data Fill करने में सक्षम बनाता है। Keyboard Electronic-Typewriter के समान होते हैं लेकिन इसमें अतिरिक्त Typing Keys होती हैं।
यह एक Input Device है। Keyboard का मतलब हिंदी में “कुंजीपटल” होता है। इसकी Help से, हम Computer को Input देते हैं। Keyboard का Use Text और Numeric Data दर्ज करने के लिए किया जाता है।
Keyboard Computer का एक Input Device होता है जिसमे कई प्रकार के Button होते हैं। जिससे हम Computer में Data को डालते हैं और इसे निर्देश देते हैं। इसमें Button दिखने में बिल्कुल Typewriter की तरह ही होते हैं लेकिन Function बहुत ज्यादा होते हैं।
Computer में बहुत सारे Device Connect किये जाते हैं जो बहुत जरुरी होते हैं जैसे Input Device और Output Device.
Keyboard Computer का एक Input Device है जो कहा जाये तो एक बहुत ही Important Device है। क्यों कि जिस तरह इंसान के हाथ पैर के बिना इंसान विकलांग हो जाता है।
उसी तरह अगर Computer से इस को हटा दिया जाये तो Computer भी विकलांग हो जायेगा यानि मेरे कहने का मतलब है की Computer का Use ही नहीं हो सकता, Keyboard के बिना Computer चलेगा ही नहीं। इस को हिंदी में कुंजीपटल कहा जाता है।
इसका Use मुख्यत Computer में alphabets, numbers, commands और अलग अलग Data Enter करने के लिए होता है।
ये Computer से Direct Communicate करने का माध्यम होता है। हमारे Enter किये हुए Data को ये CPU Process कर के फिर Output Device जैसे Monitor और Printer के द्वारा हमे Result Show कर देता है।
Keyboard भी Mouse की तरह एक Input Device होने के साथ बहुत सारे अलग अलग काम कर सकते हैं। Mouse क्या है और कैसे काम करता है ये आपको मालूम होगा। लेकिन क्या आपको मालूम है की आप बिना Mouse के भी बहुत सारे काम सिर्फ इस से ही कर सकते हैं।
Keyboard के प्रकार Kya Hai
हमारे use के अनुसार, Keyboard कितने प्रकार के होते हैं और वे कैसे काम करते हैं। हम आपको इसके बारे में Details से बताएंगे।
आज Market में कई तरह के Keyboard उपलब्ध हैं। इन सभी Keyboard की अलग-अलग Features होती हैं। सभी विभिन्न प्रकार के Keyboard क्या हैं? (Keyboard Kya Hai) और वे कैसे काम करते हैं, नीचे Details से वर्णित किया गया है।
Membrane Keyboard:- मेम्ब्रेन Keyboard एक ऐसा Keyboard होता है, जिसमें Keys अलग नहीं होती हैं, यह एक पारदर्शी, Plastic के आवरण से ढकी होती हैं, और इनमें बहुत कम गति होती है।
मेम्ब्रेन Keyboard का लाभ यह है कि यह रबड़ जैसी मेम्ब्रेन (Membrane) से ढका होता है जो इसे गंदगी से बचाता है और ये Keyboard सस्ते होते हैं, लेकिन इस Keyboard में जल्दी से Type करना मुश्किल होता है।
Mechanical Keyboard:- मैकेनिकल Keyboard एक उच्च गुणवत्ता वाला Keyboard होता है, मैकेनिकल Keyboard में Keys के नीचे एक Spring होता है। इस Keyboard की Keys बहुत Soft होती हैं।
और जब हम इस Keyboard पर Type कर रहे होते हैं, तो यह एक Typewriter की तरह आवाज़ निकलता है। यह Keyboard Main रूप से Game खेलने वाले लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। क्योंकि यह Keyboard बहुत Durable है और बहुत Comfortable होता है।
Ergonomic Keyboard:- एर्गोनोमिक कीबोर्ड एक विशेष प्रकार का Keyboard होता है, जो Users और उनके काम को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जो Users को अन्य Keyboard की तुलना में Use करने में अधिक आराम देता है और साथ ही कलाई की मांसपेशियों के तनाव और हाथ से संबंधित अन्य समस्याओं को कम करता है।
यह Keyboard Users की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, जो Users के काम करने की गति को बढ़ा देता है और साथ ही साथ लगातार Typing के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं को भी कम करता है।
एर्गोनोमिक कीबोर्ड अंग्रेजी वर्णमाला “V” के आकार का होता है, जो Users की Typing गति भी बढ़ाता है। एर्गोनोमिक कीबोर्ड Market में कई आकारों में उपलब्ध है और ये Keyboard बहुत महंगे होते हैं।
Gaming Keyboard:- Gaming Keyboard को Gaming के शौकीनों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है कि ताकि उन्हें Game खेलने में आसानी हों। इस Keyboard का Design बहुत ही आकर्षक होता है। इस Keyboard में Game को आसानी से खेलने के लिए कुछ Special Keys दी जाती हैं।
हम Gaming करते समय ‘W‘, ‘A‘, ‘S‘, ‘D‘, Arrow Keys और Space का Use करते हैं। एक Gaming Keyboard में, इन Keys को Highlight किया जाता है।
और इनमे Backlit Keys, Multimedia Keys, Anti Ghost Keys, W. Lock Keys, Polling Rate, Double Injection और Wireless Connectivity जैसे Extra Feature होते हैं।
Backlit Keys के साथ आप अंधेरे या कम रौशनी में Game खेल सकते हैं, जबकि Multimedia Keys की Help से आप Screen की Brightness, Sound आदि को बिना Game को Disturb किए Control कर सकते हैं।
Gaming Keyboard की Build Quality बहुत अच्छी होती है और ये साधारण Keyboard की तुलना में बहुत अधिक Expensive होते हैं।
Wireless Keyboard:- वायरलेस कीबोर्ड एक Plug and Play Keyboard होता है जो Users को Wire के झंझट से राहत देता है क्योंकि इसमें कोई Wire या Cable नहीं होता है। यह Radio frequency (RF), Infrared (IR) या Bluetooth technology की Help से Computer से संचार करता है।
आजकल Market में Wireless Mouse के साथ Wireless Keyboard मिलना आम बात है। इस Keyboard की खासियत यह है कि आप अपने Computer से 30 Feet (9 meter) दूर बैठकर भी Computer को Input दे सकते हैं।
Wireless Keyboard Battery द्वारा संचालित होता है और इसमें एक Signal Receiver होता है जो Computer को Command भेजता है। यह आकार में छोटा और वजन में हल्का होता है।
Multimedia Keyboard:- Multimedia Keyboard सबसे लोकप्रिय Keyboard प्रकारों में से एक है। Multimedia Keyboard आमतौर पर Users द्वारा अक्सर Use किए जाने वाले Program को Lunch करने के लिए Design किया गया है।
कुछ Multimedia Keyboard में Email, Multimedia Player, Internet Browser और Search Program खोलने की भी सुविधा होती है। कुछ Multimedia Keyboard में Web Browser में आगे और पीछे जाने, Volume बढ़ाने या घटाने और Multimedia Files में एक File से दूसरी File को खोलने की कार्यक्षमता होती है।
Music को पसंद करने वाले लोग सबसे ज्यादा इसे पसंद करते हैं। क्योंकि यह Main रूप से Multimedia को नियंत्रित करने के लिए Use किया जाता है। इस Keyboard में सभी Important Multimedia Keys होती हैं।
जैसे कि Play, pause, Stop, Next, previous, Volume Button Up Down Mute आदि Button होते है, जिसकी Help से हम Multimedia Function का आसानी से Use कर सकते हैं और साथ ही आप Video Playback को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
Laptop Keyboard:- Laptop में Use किए जाने वाले Keyboard को Laptop Keyboard कहा जाता है, यह एक QWERTY Keyboard होता है। इस Keyboard का Layout थोड़ा अलग होता है।
क्योंकि इन्हें Laptop के आकार के अनुसार Design किया जाता है। अधिकांश Laptop को छोटा दिखाने के लिए Right ओर के Numeric keypad को हटा दिया जाता है।
यदि आप Desktop Keyboard का अधिक Use करने के बाद Laptop Keyboard का Use करते हैं, तो आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
क्योंकि इसके Keys आपस में बहुत पास पास होते हैं। इसके साथ ही, Laptop में कुछ अतिरिक्त Keys भी दी गई हैं जो विभिन्न प्रकार के कार्य करती हैं।
जैसे Screen की brightness को कम और ज्यादा करना, Volume को कम, ज्यादा या Mute करना, Multimedia को Control करना, Laptop को Sleep Mode में डालना या Airplane Mode को चालू करना आदि शामिल है।
Desktop Keyboard की तुलना में Laptop Keyboard जल्दी खराब नहीं होते हैं। लेकिन Laptop Keyboard Desktop Keyboard की तुलना में बहुत अधिक महंगा होता है। इसलिए हमें Laptop को गिरने, बारिश और धूल से बचाना चाहिए।
Roll-Up Keyboard:- रोल-अप कीबोर्ड High Elastic Polymer से बना एक Portable Keyboard होता है और इसे Foldable Keyboard भी कहा जाता है क्योंकि इसे Cylinder के आकार में मोड़कर कहीं भी एक Box में ले जाया जा सकता है।
यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छा Keyboard है जो बहुत यात्रा करते हैं। जब भी आप चाहें इसे Use करें और काम खत्म होने के बाद इसे Role कर दीजिये। रोल-अप कीबोर्ड आकर्षक, टिकाऊ और बहुत कम बिजली का Use करता है, इसके अलावा यह Waterproof भी होता है।
जिसका मतलब है कि यदि आपके हाथ गीले हैं, तब भी आप इस पर आसानी से काम कर सकते हैं। इसके Kays बहुत मुलायम होते हैं, आपकी उंगलियां अधिक Type करने के बाद भी दर्द नहीं करेगी।
Keyboard में कितने Button होते हैं?
क्या आप जानते हैं? Keyboard में कितने Button होते हैं? या Keyboard में कितनी कुंजियां होती है? 99% लोग Competitive Exam में इस प्रश्न का उत्तर गलत देते हैं। आइए Details से जानते हैं कि Computer के Keyboard में Total कितने Button होते हैं?
Microsoft ने 104 Keys Window Keyboard को एक Enhanced Keyboard के रूप में Lunch किया था। 104 Keys वाले Windows Keyboard में केवल तीन विशेष Keys जोड़े गए थे, जो Window से Related कार्य करते थे। Standard Windows Keyboard में 104 Keys होते हैं।
लेकिन कई Company के Keyboard में 101, 102, 105, 108 Keys की एक अलग संख्या होती है, क्योंकि वे Special Keys जोड़ते हैं। जिससे आपकी Typing आसान हो जाती है।
Keyboard में बहुत सी Keys होती हैं, प्रत्येक Keys का Use विशेष कार्यों के लिए किया जाता है। Use के आधार पर, इन Keys को मुख्य रूप से 5 भागों में विभाजित किया जाता है।
Alphanumeric Keys:- अल्फ़ान्यूमेरिक कीज़ का Use आमतौर पर Data Input करने में किया जाता है। इसमें Alphabet (A-Z/a-z), Number (0-9) और Special Character (!, @, #, $, %, ^, &, *) शामिल हैं, इन्हें Alphanumeric Keys कहा जाता है। यह Keyboard के केंद्र में स्थित होता हैं। इन Keys का Use Typing में अधिक किया जाता है।
Keyboard में Number Wall Keys दो जगहों पर स्थित होता हैं, पहला Alphabet Keys के ऊपर और दूसरा Alphabet Keys के Right ओर होता हैं। Alphabet Keys के ऊपर में Number Keys होता हैं। इस पर Special Character अंकित होता हैं, हम इसे Symbol Keys के रूप में भी Use करते हैं।
इसके लिए Shift Keys का Use करना पड़ता है, Shift Keys के साथ, Shift Keys को दबाकर और साथ में Number वाला Keys को एक साथ Press करने से उस पर अंकित Symbol Type हो जाते हैं।
Numeric Keys:- Alphabet Keys के ठीक ऊपर Numeric Keys स्थित होती हैं। इन Keys की Help से अंक 0 से 9 तक अंक Type किए जाते हैं। Keyboard के Right ओर Number Type करने के लिए एक अलग Set भी होता है, जिसे Numeric Keypad कहा जाता है, जो बिल्कुल Calculator के समान होता है।
इनमें से कुछ ‘Keys’ एक साथ दो कार्य करती हैं। Numeric Keypad के ऊपर NUM LOCK Button होता है, NUM LOCK के Off या On होने का पता Numeric Keypad के ऊपर हरे रंग के Indicator के जलने या बुझने से जाना जाता है।
NUM LOCK Off होने पर यह Keys काम नहीं करती है, और जब NUM LOCK On होता है, तो Numeric Keypad पर किसी भी Keys को Press करने पर Number Type होता है।
Function Keys:- प्रत्येक Keyboard के सबसे ऊपर F1 से F12 Function Keys का एक Set होता हैं। उनका Use Computer में विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाता है। उनका कार्य Operating System या वर्तमान में चल रहे Program पर भी निर्भर करता है।
Special Keys:- Computer System में Special Keys बहुत उपयोगी होती हैं, इसका Use कुछ विशेष Function Use को करने के लिए किया जाता है। Example के लिए Shift, Ctrl, Alt, Enter, Esc आदि।
Navigation Keys:- नेविगेशन Keys का Use Computer Screen पर Pointer (Cursor) को इधर-उधर ले जाने के लिए किया जाता है। इनमे चार Arrow Keys होती हैं। इन Keys पर तीर का निशान बना होता हैं।
Left ओर वाले Arrow को Left Key और Right ओर वाले Arrow को Right Key कहा जाता है। जो Arrow ऊपर की ओर होता है, उसे Up Key कहा जाता है और जो Arrow नीचे की ओर उसे Down Key कहा जाता है। इन Keys के साथ, आप Cursor को Screen पर Left-Right, Up And Down ले जा सकते है।
कुछ Important Command Keys और उनके Use
Control Key:- कण्ट्रोल कुंजी एक Combination Button है, जिसे जब किसी अन्य Keys के साथ संयुक्त रूप से Press किया जाता है, तो एक विशेष Operation होता है। Example के लिए, Ctrl+C की Help से हम किसी भी Data को Copy कर सकते हैं और Ctrl+V के साथ उस Data को Paste कर सकते हैं।
Alt Key:- Alt Keys का Use अन्य Press किये गए Keys के कार्य को Change करने के लिए किया जाता है। इस प्रकार, Alt Keys एक Modifier Key है, और इसका Use Control Keys की तरह Shortcut Command देने के लिए भी किया जाता है।
Shift Key:- शिफ्ट कुंजी एक Modifier Key है, जिसका Use तब किया जाता है जब किसी Button पर दो Character चिह्नित होते है, तो ऊपर वाले Character को Type करने के लिए ‘Shift Key’ का Use किया जाता है।
जैसे कि “!” Keyboard पर 1 Number Button के ऊपर चिह्नित होता है। तो “!” को Type करने के लिए, Shift के साथ 1 Number Button Press करे, तो “!” Type किया जाएगा अन्यथा 1 Type किया जाएगा।
Esc Key:- Esc कुंजी का Use करके, Users Computer पर चल रहे Program को रद्द कर सकता है। जैसे कि आप एक Game खेल रहे हैं, तो आप Esc Key का Use करके Game से Exit कर सकते हैं।
और PowerPoint में इसका Use Slide Show से Exit करने के लिए किया जा सकता है या इसके Use से आप Pop-up Window को बंद भी कर सकते है। यानी, आप Computer में जो भी काम कर रहे हैं, उसे Cancel कर सकते है।
Enter Key:- Enter Keys एक Important Key होता है, इसे Return Key भी कहा जाता है। यह हमारे द्वारा दिए गए आदेश को Computer में Send का कार्य करता है।
Document बनाते समय एक नया Paragraph शुरू करने के लिए भी इसका Use किया जाता है। Enter Key ‘Ok’ Button के रूप में भी काम करता है। Keyboard पर Enter Key दो जगहों पर होता है।
Backspace Key:- बैकस्पेस कुंजी का Use Type किए गए Text को Cursor के Left ओर और Select किये हुए Text को Delete करने के लिए किया जाता है।
Delete Key:- डिलीट कुंजी का Use Text, File, Folder आदि को Delete के लिए किया जाता है।
Num Lock Key:- Keyboard के Numeric Keys तब काम करती हैं जब Num Lock Keys को On किया जाता है, अन्यथा, Numeric Keypad काम नहीं करता है।
Caps Lock Key:- कैप्स लॉक कुंजी On करने के बाद, आप Uppercase से Lowercase तथा Lowercase से Uppercase में Type कर सकते हैं। यह Keys केवल Alphabet Keys पर काम करती है।
Windows Key:- विंडोज कुंजी में Microsoft का Logo बना होता है और यह Keyboard पर Left Ctrl और Alt Keys के बीच होता है। Start Menu को Open करने के लिए Window Key का Use किया जाता है।
Space bar Key:- स्पेस बार कुंजी एक लंबी पट्टी के समान होती है, जिसका Use Type करते समय शब्दों के बीच Space बनाने के लिए होता हैं।
Tab Key:- टैब कुंजी का Use एक समय में 8 Character के बराबर Space देने के लिए किया जाता है, इसके अलावा भी इसके कई Use होते हैं जैसे यदि आप एक Online Form भर रहे हैं तो यह आमतौर पर एक Data Entry Box से दूसरे Data Entry Box में जाने के लिए और Dialog Box में दिए गए Options में से किसी एक का Selection करने के लिए भी इसका Use किया जाता है। Tab Keys का Use कुछ Keyboard Shortcut में भी किया जाता है।
Print Screen Key:- Computer Screen का Screenshot लेने के लिए Print-Screen Key का Use किया जाता है, Screenshot लेने के बाद, यह आपके Clipboard पर Copy हो जाता है ताकि आप इसे कहीं भी Paste कर सकें। जैसे Document, Email, Image Editor आदि।
Other Keys:- ऊपर बताई गई Keys के अलावा, Keyboard पर कई अन्य Keys होती हैं, जैसे Pause/Break, Scroll Lock आदि जो विशेष कार्यों के लिए Use की जाती हैं।
Keyboard की Shortcut Keys
कीबोर्ड शॉर्टकट कीज (Keyboard Shortcut Keys in Hindi) Computer Users के लिए बहुत Useful होता हैं। आप इन Shortcut Keys का Use करके अपने काम को सरल और तेज़ बना सकते हैं।
इसलिए यदि आप Computer का Use करते हैं, तो आपको नीचे दिए गए कुछ Important Shortcut Keys की जानकारी होनी चाहिए।
Shortcut Keys एक, दो या तीन Key का Combination होती हैं। उनकी Help से, आप Mouse को छुए बिना आसानी से अपना काम कर सकते हैं। यह भी सच है कि Mouse से हमारा काम बहुत आसान हो जाता है।
लेकिन आप Keyboard के Shortcut Keys के माध्यम से भी अपना काम जल्दी और आसानी से कर सकते हैं, इसके लिए आपको Keyboard की Shortcut Keys की जानकारी होनी चाहिए।
आज हम आपको Computer के कुछ जरूरी Keyboard Shortcut Keys के बारे में बताएंगे, जिनके Use से आप अपना समय बचा सकते हैं।
- Ctrl+A Select All
- Ctrl+B Bold
- Ctrl+C Copy
- Ctrl+D Bookmark/Font
- Ctrl+E Center
- Ctrl+F Find
- Ctrl+G Go To
- Ctrl+H Find & Replace
- Ctrl+I Italic
- Ctrl+J Justified
- Ctrl+K Hyperlink
- Ctrl+L Left Alignment
- Ctrl+M Move
- Ctrl+N New File
- Ctrl+O Open File
- Ctrl+P Print
- Ctrl+Q Close
- Ctrl+R Reload/Right Alignment
- Ctrl+S Save
- Ctrl+T Open a New Tab
- Ctrl+U Underline
- Ctrl+V Paste
- Ctrl+W Close a Tab
- Ctrl+X Cut
- Ctrl+Y Redo
- Ctrl+Z Undo
- Alt+Tab Switch Between Applications
- Alt+F Open the File Menu
- Alt+F4 Close a Window/Application
- Shift+Del Delete Permanently
- Ctrl+Alt+Delete Open Task Manager
- Windows+R Open Run Command Box
- Ctrl+Esc Open the Start Menu
- Ctrl+Plus (+) Increase Zoom
- Ctrl+Minus (-) Decrease Zoom
- Home Move the Cursor to Start Line
- End Move the Cursor to End Line
- F1 Used as the Help Key
- F2 Rename the Selected File
- F5 Used as a Reload Key
Keyboard को हिंदी में क्या कहते हैं?
अक्सर प्रतियोगिता परीक्षा या Interview में, कई बार ऐसे Question पूछे गए हैं, जैसे कि Keyboard kya hai, Keyboard का Hindi Kya होता Hai?, कीबोर्ड का Hindi Name Kya Hai?, कीबोर्ड को हिंदी में Kya कहते Hai? आदि। इसलिए हमें इसके बारे में पता होना चाहिए।
यदि आप Computer का Use करते हैं, तो आपको पता होगा कि Keyboard Computer का एक Important हिस्सा होता है। कीबोर्ड के बिना Computer में किसी भी तरह का कोई काम नहीं किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे हिंदी में Kya कहते हैं?
Keyboard को हिंदी में “कुंजीपटल” कहा जाता है। विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षाओं में अक्सर ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं, तो उम्मीदवार का सिर चकरा जाता हैं। यही नहीं, भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक IAS के Interview में भी ऐसे Question पूछे जाते हैं।
Keyboard के कार्य प्रणाली?
जैसा कि हम जानते हैं कि Keyboard एक Hardware Device होता है और Keyboard के अपने Circuit और Processor होते हैं। Computer Keyboard में Keyboard Matrix Circuit का Use होता है जो Keyboard Processor और Keyboard की सभी Switch के बीच Circuit Connection होता है।
जिसकी Help से यह Users द्वारा Press किये जाने वाले Button की जानकारी को Keyboard Processor में भेजता है। प्रत्येक Button के नीचे एक Open Circuit होता है और जब भी आप एक Button दबाते हैं, तो उसके नीचे का Switch से Close Circuit हो जाता है और इस तरह से, Keyboard में एक हल्का विधुत प्रवाह होता है।
और जब Keyboard Processor एक पूर्ण Circuit पाता है, तो Read-Only Memory (ROM) में एक Character Chart बनता है। यह Processor को बताता है कि कौन सा Button दबाया गया है और वह Button कहाँ पर स्थित है।
Keyboard की विशेषताएं
Ports and Interface:- Keyboard Wired and Wireless Model में आते हैं। Wired Keyboard USB, PS/2, या Serial Connector के माध्यम से Computer के साथ संचार करता है।
Wireless Keyboard का लाभ यह है कि आप Computer से दूर बैठकर भी Typing कर सकते हैं। अधिकांश Keyboard Wireless Connectivity के लिए या तो USB या Bluetooth तकनीक का Use करते हैं।
Hotkeys and Media Keys:- Keyboard Hotkeys Users के लिए Computer का Use करना आसान बनाता है और ये Hotkeys आपका समय बचा सकते हैं। Media Keys, जिसमें Volume और Video Control जैसे कार्य शामिल हैं, आप अपने Media System को Control करने के लिए अपने Keyboard के Media Keys का Use कर सकते हैं।
Size of the Keyboard:- आजकल Keyboard अलग-अलग उद्देश्यों के लिए अलग-अलग आकारों में आते हैं, कुछ Partibility के लिए बनाए जाते हैं ताकि आप इसे आसानी से Pack कर सकें और जब आपको जरुरत हो तब इसका Use कर सकें।
छोटे Keyboard के फायदे यह हैं की ये Keyboard बहुत कम जगह लेते हैं और वजन में हल्के होते हैं ताकि आप इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकें। यदि आप Gaming के लिए एक Keyboard चाहते हैं जिसमें Media Button, Special Keys आदि हो, तो आप Gaming Keyboard का Selection कर सकते हैं।
Keyboard Layout:- अधिकांश Keyboard में QWERTY Layout होता है, लेकिन AZERTY Layout के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। QWERTY के अलावा, कई अलग-अलग प्रकार के Keyboard Layout होते हैं। जिन्हें Language और क्षेत्र के अनुसार बनाया जाता हैं जो हमारी उत्पादकता को बढ़ाता है।
Keyboard का Use
Keyboard का Use करने के लिए, पहले Keyboard को Computer से जोड़ना आवश्यक है, Keyboard को Computer से जोड़ने के लिए Computer में USB और PS/2 Port होते है। अब, लगभग सभी Wired Keyboard अपने Interface के रूप में USB का Use करते हैं।
पुराने Computer PS/2 और Serial Connector का Use करते थे। यदि आपका Wireless Keyboard है, तो यह Bluetooth, Radio Frequency या Infrared पर काम करता है। सभी Wireless Keyboard में एक Receiver होता है।
जिसे Computer के USB Port में Plug किया जाता है, और Keyboard उस Receiver से Wireless तरीके से Connect होता है। एक बार Connect होने के बाद, आप सुनिश्चित करें कि आपके Wireless Keyboard में Battery है। अब आप Keyboard का Use कर सकते हैं।
Keyboard के Kya लाभ Hai?
- Keyboard एक प्राथमिक Input Device है। जिसे आप Word Processing या Data Entry करने के लिए Use कर सकते हैं।
- यदि आपकी Typing की Speed अच्छी नहीं है, तो आप Keyboard की Shortcut Keys का Use करके आसानी से Typing कर सकते हैं।
- आपके काम को आसान बनाने के लिए, कुछ विशेष प्रकार के Keyboard भी आते हैं जैसे Ergonomic Keyboard, Multimedia Keyboard आदि।
- Keyboard बहुत महंगा नहीं होता है, इसे साफ करना और मरम्मत करना आसान है।
Keyboard के Kya नुकसान Hai?
- Keyboard पर Typing करते समय गलतियाँ होना बहुत आसान है।
- Keyboard का Use करने वाले व्यक्ति को Typing करना सीखना होता है।
- आप Keyboard से Diagram या Chart नहीं बना सकते है।
- Keyboard का बहुत अधिक Use करने से Repetitive Strain Injury और Carpal Tunnel Syndrome भी हो सकता है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि आपको इस Post में “Keyboard Kya Hai? (What is Keyboard in Hindi)” और Keyboard Kya Hai से Related सभी प्रश्न का उत्तर मिल गए होंगे, लेकिन यदि आपके मन में Keyboard Kya Hai से Related कोई प्रश्न हैं, तो आप नीचे Comment कर सकते हैं।
इसे भी पढ़े Computer General Knowledge (GK)